शादी जैसे गहरे और संवेदनशील रिश्ते में शर्तों का होना कई पहलुओं पर निर्भर करता है। एक तरफ, कुछ शर्तें रिश्ते को मजबूत बना सकती हैं, जबकि दूसरी तरफ, अत्यधिक शर्तें या अनुचित अपेक्षाएँ रिश्ते को कमजोर कर सकती हैं।
शादी में शर्तों का होना सही है, लेकिन यह इस बात पर निर्भर करता है कि वे कितनी तार्किक, न्यायसंगत और आपसी सहमति से तय की गई हैं। रिश्ते को सहज और प्यारभरा बनाए रखने के लिए शर्तों को संतुलित रखना जरूरी है।
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