यदि आपकी शादी को 7 साल हो चुके हैं और आप तलाक लेने के बारे में सोच रहे हैं, तो ये कारण आपके निर्णय को बदल सकते हैं:
7 साल का साथ यूँ ही नहीं होता
आपने साथ में जीवन के उतार-चढ़ाव देखे हैं, खुशियाँ और दुख बाँटे हैं। यह इतिहास कोई नया रिश्ता नहीं दोहरा सकता।
समस्या रिश्ते में नहीं, संवाद में है
ज़्यादातर रिश्ते संवाद की कमी से टूटते हैं, भावनाओं की नहीं। क्या आपने खुलकर और ईमानदारी से बातचीत की है?
बच्चों का मानसिक स्वास्थ्य
माता-पिता के अलगाव का गहरा असर बच्चों के मनोविज्ञान और भविष्य पर पड़ता है। क्या उन्हें ये संदेश देना ठीक होगा कि रिश्ते निभाए नहीं जाते, तोड़े जाते हैं?
समाज और परिवार की स्थिरता पर प्रभाव
भारत जैसे पारिवारिक समाज में विवाह केवल दो लोगों का रिश्ता नहीं होता — यह दो परिवारों और पीढ़ियों का जुड़ाव होता है।
क्या आपने प्रोफेशनल काउंसलिंग ली है?
कई बार तीसरे पक्ष की समझदारी और मार्गदर्शन से वो हल मिल जाता है जो आपस में नहीं दिखता।
भावनाएँ अब भी ज़िंदा हैं?
क्या अब भी आपको दुख होता है जब आपका पार्टनर उदास होता है? यह संकेत है कि रिश्ता पूरी तरह मरा नहीं है।
आपने एक-दूसरे में कितना निवेश किया है?
समय, भावना, त्याग, समझदारी—क्या इन्हें इतनी आसानी से छोड़ा जा सकता है?
दूसरा रिश्ता गारंटी नहीं है
जो कमियाँ इस रिश्ते में दिख रही हैं, वे दूसरे में भी हो सकती हैं — क्या आपने आत्मनिरीक्षण किया है?
बदलाव संभव है, यदि चाह है
हर रिश्ता मुश्किल दौर से गुजरता है। सवाल ये है: क्या आप दोनों बदलाव के लिए तैयार हैं?
आपका रिश्ता दूसरों को भी प्रेरित कर सकता है
यदि आप मुश्किलों के बावजूद रिश्ता निभाते हैं, तो यह आपके बच्चों, दोस्तों और समाज के लिए एक सकारात्मक उदाहरण बन सकता है।
eDishaa Divorce Counseling
Your email address will not be published. Required fields are marked *